महान समाजसेवी इंसानियत के हमदर्द मरहूम सैयद शुजाअत हुसैन रिजवी नगरामी के इसाले सवाब के लिए मजलिस 2 दिसंबर को कर्बला सिविल लाइंस में शाम 7 बजे, आपसे शिरकत की अपील,हुज्जतुल इस्लाम मौलाना नज़ीबुल हसन करेंगे खिताब

SRM Voice
0
महान समाजसेवी इंसानियत के हमदर्द मरहूम सैयद शुजाअत हुसैन रिजवी नगरामी के इसाले  सवाब के लिए मजलिस 2 दिसंबर को कर्बला सिविल लाइंस में शाम 7 बजे, आपसे शिरकत की अपील,हुज्जतुल इस्लाम मौलाना नज़ीबुल हसन करेंगे खिताब

निदा टीवी इंडिया/सरवर अली रिजवी 

बाराबंकी, 1 दिसंबर 2024 – महान समाजसेवी और हमदर्द मरहूम सैयद शुजाअत हुसैन रिजवी नगरामी की याद में इस साल भी एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम मजलिसे तरहीम के रूप में आयोजित होगा, जो 2 दिसंबर 2024, सोमवार को रात 7 बजे से कर्बला सिविल लाइंस, बाराबंकी में होगा।ये जानकारी उनके पुत्र वरिष्ठ पत्रकार सैयद रिजवान मुस्तफा ने दी है।

कार्यक्रम का उद्देश्य
यह मजलिस मरहूम सैयद शुजाअत हुसैन रिजवी साहब की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित में हो रही है, जिनका योगदान न केवल बाराबंकी बल्कि समूचे देश में धार्मिक और सामाजिक सेवाओं के लिए याद किया जाता है। सैयद शुजाअत हुसैन रिजवी साहब ने 1998 में रमजान के महीने में बाराबंकी के कर्बला सिविल लाइंस में रोज़ा अफ्तारी और नमाजे जमात की व्यवस्था शुरू की थी, जो आज भी निरंतर जारी है। उनकी धार्मिक सेवाओं और समर्पण के कारण ही इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि और खिताबत
मजलिस की खिताबत हुज्जतुल इस्लाम मौलाना सैयद नजीबुल हसन जैदी साहब, इमामे जमाअत मुगल मस्जिद, मुंबई द्वारा की जाएगी।

 उनकी खिताबत धार्मिक और समाजिक पहलुओं पर आधारित होगी और वह मरहूम सैयद शुजाअत हुसैन रिजवी की सेवाओं की याद में शहीदाने करबला और हजरत फातिमा जहरा के पैगाम और उनके जीवन से प्रेरणा लेने का पैगाम आवाम में पहुंचाकर इसाले सवाब का जरिया बनाएंगे।

इस मजलिस से पहले कुरान ख्वानी और पेश ख्वानी का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें शायर और  हजरात अपनी प्रस्तुतियों से करबला के शहीदों की यादों को ताजगी देंगे और उनके योगदान को सम्मानित कर इस़ाले सवाब करेंगे।


सैयद शुजाअत हुसैन रिजवी का योगदान
सैयद शुजाअत हुसैन रिजवी साहब के योगदान की बात करें तो उन्होंने न केवल कर्बला सिविल लाइंस में रोज़ा अफ्तारी और नमाजे जमात की शुरुआत की, बल्कि कर्बला में शेड, फर्श, जाली, और बाबुल हवायज गेट जैसी महत्वपूर्ण संरचनाओं का निर्माण भी कराया। इसके अलावा, वह आल इंडिया जश्ने मौलाये कायनात महफिल के कन्वेनर रहे, जिससे देश भर में धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।

उनकी याद में अब सैयद शुजाअत हुसैन रिजवी नगरामी मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा हर साल मेडिकल कैंप, वृक्षारोपण और मजलिसों का आयोजन किया जाता है।

 इस वर्ष भी 2 दिसंबर 2024 को कर्बला सिविल लाइंस में आयोजित इस मजलिसे तरहीम का उद्देश्य उनके द्वारा किए गए कार्यों और उनके धार्मिक योगदान को याद करना है।

हुसैनी मिशन हुसैन टेकरी शरीफ, जावरा (रतलाम, मध्य प्रदेश) में उनके योगदान का उल्लेख करते हुए यह भी बताया गया कि सैयद शुजाअत हुसैन रिजवी साहब हुसैनी मिशन हुसैन टेकरी शरीफ के वाइस प्रेसिडेंट थे और चेहल्लुम के अलम के जुलूस के अलमदार भी रहे। इसके अलावा, वह अंजुमन अब्बासिया नगराम के सरपरस्त थे, और उनकी सरपरस्ती में नश्रियात ए अंजुमन अब्बासिया के नाम से एक मासिक मैगजीन भी प्रकाशित होती थी, जो पूरे देश में बहुत प्रसिद्ध थी।

सैयद शुजाअत हुसैन रिजवी साहब की धार्मिक सेवा और उनके योगदानों को हमेशा याद किया जाएगा। यह मजलिसे तरहीम उनके योगदान का सम्मान और खिराजे अकीदत है और इस अवसर पर हर एक व्यक्ति की उपस्थिति इसे और भी महत्वपूर्ण बना देगी। आप सभी से इस कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए अपील की है। ।

Tags

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)