अम्बर फाउंडेशन के प्रतिनिधि मंडल ने बीएसए से की मुलाकात, शिक्षा के क्षेत्र में जागरूकता बढ़ाने पर दिया जोर

SRM Voice
0
Srm Voice 
लखनऊ, 30 दिसंबर: अम्बर फाउंडेशन का प्रतिनिधि मंडल आज शिक्षा भवन में लखनऊ के बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) राम प्रवेश से मिला। इस मुलाकात का उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में जागरूकता बढ़ाना और समाज के गरीब तबके के बच्चों को मुफ्त शिक्षा के लिए उपलब्ध सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देना था। इस अवसर पर अम्बर फाउंडेशन द्वारा बेसिक शिक्षा विभाग को नए साल का कैलेंडर और प्रेरणादायक किताबें भेंट की गईं।

आरटीई योजना: शिक्षा का अधिकार हर बच्चे के लिए

मुलाकात के दौरान बीएसए राम प्रवेश ने प्रतिनिधि मंडल को राइट टू एजुकेशन (आरटीई) योजना के बारे में जानकारी दी। यह योजना उन बच्चों के लिए बनाई गई है, जिनके माता-पिता आर्थिक रूप से कमजोर हैं और अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में भेजने का सपना पूरा नहीं कर सकते। इस योजना के तहत, प्राइवेट स्कूलों में 25% सीटें गरीब और वंचित वर्ग के बच्चों के लिए आरक्षित होती हैं।

बीएसए ने बताया कि आरटीई के अंतर्गत प्री-प्राइमरी और कक्षा 1 के लिए दाखिले दिए जाते हैं। इसके लिए वार्षिक आय 1 लाख रुपये से कम होने का प्रमाण आवश्यक है। आवेदन प्रक्रिया दिसंबर 2024 से शुरू होगी, और चार चरणों में प्रवेश की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

यूपी आरटीई 2025 शेड्यूल: कब और कैसे करें आवेदन?

आरटीई योजना के तहत यूपी में आवेदन प्रक्रिया 1 दिसंबर 2024 से शुरू होगी। यहां चार चरणों में दाखिले के लिए आवेदन किया जा सकता है।

आवेदन प्रक्रिया:

1. आधिकारिक वेबसाइट rte25.upsdc.gov.in पर जाएं।
2. "Admission Schedule" के लिंक पर क्लिक करें।
3. "Registration Here" विकल्प का चयन करें और आवश्यक विवरण दर्ज करें।
4. पंजीकरण पूरा करने के बाद आवेदन प्रक्रिया को पूरा करें।



अम्बर फाउंडेशन का प्रयास

इस मौके पर अम्बर फाउंडेशन के चेयरमैन वफा अब्बास के प्रतिनिधि मीडिया प्रभारी समर मेहंदी,एडवोकेट मीसम नकवी, प्रोफेसर आगा परवेज मसीह,  एडवोकेट युशा नकवी, और मोहम्मद नासिर उपस्थित रहे। 
उन्होंने बेसिक शिक्षा विभाग को फाउंडेशन द्वारा शिक्षा के लिए किए जा रहे कार्यों से अवगत कराया।
फाउंडेशन का कहना है कि हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अधिकार है। उन्होंने बीएसए से आग्रह किया कि आरटीई योजना की जानकारी गांवों और गरीब तबकों तक पहुंचाई जाए, ताकि अधिक से अधिक बच्चों को इसका लाभ मिल सके।

गरीब बच्चों के लिए खुला प्राइवेट स्कूलों का दरवाजा

बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि हर माता-पिता का सपना होता है कि उनका बच्चा बेहतर शिक्षा पाए। सरकार की यह योजना उन परिवारों के लिए उम्मीद की किरण है, जो आर्थिक तंगी के कारण अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में नहीं भेज पाते। अम्बर फाउंडेशन के प्रतिनिधियों ने विभाग को यह विश्वास दिलाया कि वे इस योजना के प्रचार-प्रसार में मदद करेंगे।

अम्बर फाउंडेशन का यह प्रयास शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा कदम है। आरटीई योजना के तहत गरीब बच्चों के लिए प्राइवेट स्कूलों में मुफ्त शिक्षा का प्रावधान निश्चित ही समाज को नई दिशा देगा। यह जरूरी है कि ऐसे सामाजिक संगठनों और सरकारी विभागों के बीच तालमेल बना रहे, ताकि हर बच्चे को उसका शिक्षा का अधिकार मिल सके।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)