बाराबंकी। सेव वक़्फ इंडिया के प्रवक्ता मौलाना इफ्तिखार हुसैन इंकलाबी ने सोमवार को बाराबंकी दौरे के दौरान शहर की प्रमुख वक़्फ संपत्ति— हुसैनिया वक़्फ नवाब अमजद अली खां और इमामबाड़ा के तामीर कार्यों का बेगमगंज पहुंचकर
निरीक्षण किया। उन्होंने तामीरी कार्यों की प्रगति देखी और खुशी जताते हुए इसे समाज की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण की दिशा में अहम कदम बताया।
इस दौरान मौलाना इंकलाबी वरिष्ठ पत्रकार सरवर अली रिजवी के साथ राष्ट्रीय एकता संगठन के अध्यक्ष ज़ाहिद हुसैन और बाराबंकी के बुज़ुर्ग सामाजिक कार्यकर्ता आबिद भाई की अयादत के लिए बेलहरा हाउस पहुंचे।
गौरतलब है कि दोनों ही भारत की सुप्रीम रिलीजियस अथारिटी आफताबे शरीयत मौलाना डॉ. कल्बे जवाद नकवी साहब के समर्पित अनुयायी और समाज के प्रति सक्रिय भाव रखने वाले शख्सियत हैं।
बीमार चल रहे आबिद भाई ने मुलाक़ात के दौरान मौलाना इंकलाबी और सरवर रिजवी को दिल से दुआएं दीं। वहीं आबिद हुसैन ने भावुक होकर कहा, "मैं सरवर भाई से मिलना चाहता था, लेकिन आज उन्हें मौलाना साहब के साथ अपने घर पर देखकर दिल को सुकून मिला। यह मेरे लिए बड़ी खुशी का मौका है।"
मौलाना इंकलाबी ने कहा, "ज़ाहिद भाई और आबिद भाई जैसे लोग समाज में इत्तेहाद और इंसानियत के प्रतीक हैं। उनका स्वस्थ रहना हमारी सामाजिक और मिल्ली ज़िम्मेदारी है।"
इस मौके पर स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता भी मौजूद रहे, जिन्होंने दोनों वरिष्ठ जनों के शीघ्र स्वस्थ होने की दुआ की और उनके समाजसेवी योगदान की सराहना की।
मौलाना ने इमामबाड़ा बेगमगंज के तामीरी कार्य को देखकर प्रसन्नता ज़ाहिर करते हुए कहा, “यह केवल एक इमारत का निर्माण नहीं, बल्कि एक तहज़ीब और इतिहास को सहेजने की मुहिम है। वक़्फ संपत्तियों की हिफाज़त हम सबकी जिम्मेदारी है।” उन्होंने चचा अमीर हैदर एडवोकेट के सेहत के लिए भी दुआ की।
यह दौरा न केवल वक़्फ जागरूकता को मज़बूत करने वाला रहा, बल्कि एकता, इंसानियत और समाजी हमदर्दी की बेहतरीन मिसाल भी बन गया।